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नईदिल्ली, दीनदयाल शोध संस्थान में राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक हुई


नईदिल्ली, लोकतंत्र सेनानी संघ की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक नईदिल्ली, झंडेवालान के दीनदयाल शोध संस्थान में आयोजित की गई थी. बैठक मै श्री नरेन्द्र सिंह जी तोमर- केन्द्रीय स्पात और खान मंत्री, श्री प्रभात जी झा- राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भाजपा, श्री इन्द्रेश जी- वरिष्ठ प्रचारक राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ, श्री सत्यनारायण जी जटिया ? पूर्व केन्द्रीय मंत्री एवं राज्यसभा सदस्य, श्री मेघराज जी जैन सांसद (राज्यसभा), श्री दिलीप जी पंड्या सांसद (राज्यसभा), श्री लक्ष्मी नारायण जी यादव- सांसद, श्री राव उदय प्रताप सिंह जी ? सांसद, व लोकतंत्र सेनानी संघ के श्री कैलाश जी सोनी- राष्ट्रीय अध्यक्ष, श्री राजेन्द्र जी गहलोत- राष्ट्रीय महासचिव, श्री फरीदुल्लाह खान- राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, श्री संतोष शर्मा ? राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष, श्री अजय जी विश्नोई- राष्ट्रीय सचिव सहित राष्ट्रीय कार्यकारिणी के पदाधिकारी एवं सदस्यों सहित प्रदेशों के पदाधिकारी एवं आमंत्रित सदस्य गण उपस्थित रहे . कार्यक्रम का संचालन श्री अजय जी विश्नोनी ? राष्ट्रीय सचिव ने किया और आभार मध्यप्रदेश के महासचिव श्री सुरेन्द्र द्विवेदी जी माना. कार्यक्रम को संबोधित करते हुए श्री नरेन्द्र सिंह जी तोमर ने कहा कि आपातकाल के भयावह दिन जिनको आपने भोगा, आप डटे रहे उसका परिणाम १९७७ में आया, इन सेनानियों के कारण ही कारण ही लोकतंत्र की पुनः बहाली हुई . श्री प्रभात झा ने कहा, विचारधारा की अंत्येष्ठी कभी नहीं होने देंगे, दस्तावेज कभी नहीं मरता, इतिहास को संजोना पढ़ेगा. जब-जब राष्ट्रीय विचारधारा पर हमला किया जायेगा तब-तब इस देश का जनमानस उठ खड़ा होगा. श्री इन्द्रेश जी ने कहा ? बापू नहीं झुकते तो देश का बटवारा नहीं होता, हमारी ७७७ में से ७ रियासते पाकिस्तान में गई बाकी भारत में रह गई. अंग्रेज लिखकर बोलकर गया, देश को बांटकर छोड़कर गया. आपातकाल में लोकतंत्र की हत्या का प्रयास किया गया था, मगर सेनानियों की वजह से असफल हो गया, ऐसे सेनानियों पर इतिहास लिखे जाने की जरूरत है. श्री सत्यनारायण जी जटिया ने कहा- किसी मकसद के लिए जिन्दा है हम, जब मरेंगे उद्देश्य को पूरा करके मरेंगे. कोई डर नहीं था जेल की सेल में, सजा में भी मजा था. गति को और आगे बढ़ाना है. श्री मेघराज जी जैन ने लोकतंत्र सेनानियों का आव्हान करते हुए कहा, अपने-अपने क्षेत्र में काम करें, हम अगुवाई करें, विषय रखें, लड़ाई फिर से लड़ना है, मरने तक की लड़ाई लड़ने को तैय्यार है, प्रधानमंत्री मोदी जी ने 10 हजार ngo को प्रतिबंधित किया, जो देश का माहौल ख़राब कर रहे थे . बैठक ने सर्वसम्मति से प्रस्ताव भी पारित किए जिसमे, लोकसभा और विधानसभा चुनाव एकसाथ कराये जावें, भारत सरकार और प्रांतीय सरकारें आपातकाल के इतिहास को पाठ्यक्रम में शामिल करें. भारत सरकार और राज्यसरकार लोकतंत्र सेनानियों को सूची बद्ध कर सम्मानित करें, अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के नाम पर राष्ट्रद्रोह की कड़ी निंदा कर संगठन देशभर मे ऐसे लोगो के विरुद्ध अभियान चलाएगा. बैठक में राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष ने संघ के कोष की स्थिति रखी वहीँ आपातकाल डॉटकॉम के प्रधान संपादक ने वेबपोर्टल के सम्बन्ध में जानकारी दी. बैठक मे प्रदेशवार संघ की समीक्षा भी की गई. प्रदेश संयोजको एवं प्रमुखों ने भी अपने-अपने प्रदेश में संघ की विस्तार और राज्यसरकारों द्वारा दिए जाने वाली सुविधा और सम्मान की जानकारी दी.